डिजिटल पेमेंट सुविधा जनक लेकिन ऑनलाइन ठगी बड़ी शिवपुरी। जिले में ऑनलाइन ठगी...
डिजिटल पेमेंट सुविधा जनक लेकिन ऑनलाइन ठगी बड़ी
शिवपुरी। जिले में ऑनलाइन ठगी की घटनाएं निरंतर बढ़ रही है। शहर के हर
थाना क्षेत्र में एक के बाद एक ऑनलाइन ठगी की वारदात सामने आ रही हैं।
ठग लगातार पुलिस को चैलेंज दे रहे हैं। बीते कुछ माह में लगभग एक दर्जन से
अधिक ऑनलाइन ठगी की वारदातें घटित हो चुकी हैं। लेकिन पुलिस रिकार्ड में
ये सभी वारदात अभी तक अनट्रेस बनी हुई हैं। वहीं पुलिस भी लोगों को
ऑनलाइन ठगी से बचने के लिए जागरूक कर रही है। दरअसल ठग रोजाना
नए-नए तरीकों से लोगों के खातों में सेंध लगा रहे हैं। पहले जहां साइबर ठग
लोगों से पहले बैंक अधिकारी बनकर ओटीपी पूछकर पैसे ठगते थे तो अब
विभिन्न नामी ब्रांड सर्विस प्रोवाइडर कंपनियों के कस्टमर केयर के फर्जी नंबर
ऑनलाइन कर लोगों को अपने झांसे में ले रहे हैं। पिछले कुछ दिनों में कुछ
नामी ऑनलाइन बुकिंग पर सर्विस प्रोवाइडर कंपनियों के फर्जी ऑनलाइन
कस्टमर केयर नंबर से लोगों को झांसे में लेने के मामले बढ़े हैं।
रामवीर हुए शिकार
एटीएम बंद और हो गयी ठगी
बदरवास। जिले के इंदार थाना क्षेत्र का है। यहां निवास करने वाले शिक्षक
रामवीर मिश्रा के साथ ऑनलाइन ठगी करने वालों ने लगभग 50 हजार रुपए की
ठगी कर ली। शिक्षक रामवीर मिश्रा ने बताया कि गुरुवार को उनके मोबाइल पर
फोन आया। जब काॅल रिसीव किया तो बताया कि सर हम पीएनबी बैंक से बोल
रहे हैं। आप जो एटीएल चला रहे हैं वह बंद होने वाला है। अगर आप उसे चालू
रखना चाहते हैं तो आपके पास एक ओटीपी आई हुई है उसे बता दीजिए। इसके
बाद आपका एटीएम चालू रहेगा। ठगों की बातों में आकर मिश्रा ने ओटीपी नंबर
बता दिया। इसके बाद उनके मोबाइल से मैसेज आया कि आपके खाते से 50
हजार रुपए निकल गए हैं। रुपए निकल जाने के बाद मिश्रा को समझ आया कि
उनके साथ ठगी हो गई है। रुपए निकाले जाने के बाद वह अपने साथ राजपाल
भदौरिया, रामकृष्ण रघुवंशी, रिंकु रघुवंशी, नरेश कुशवाह, रामसेवक परिहार के
साथ इंदार थाने आया और मामले की शिकायत थाना प्रभारी को दर्ज करवाई।
थाना प्रभारी ने बताया कि बैंक खाते की जानकारी के बारे में किसी भी तरह के
फोन नहीं करती है। फिलहाल मामले में पुलिस ने केस दर्ज कर विवेचना शुरू
कर दी है।
दिया लालच और काट दी जेब
लकी ड्रॉ में गाड़ी व 12 लाख का लालच
बदरवास निवासी सक्षम गर्ग ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है कि उसने ऑनलाइन
शॉपिंग साइट फैक्ट्री क्लब से टी.शर्ट ऑर्डर की थी। करीब बीस दिन बार 13
सितंबर को फोन आया और खुद काे पता व नाम मुरादाबाद से ओविंदर बताया।
कहा कि हमारी साइट की तरफ से आप लकी विजेता हो। टाटा सफारी गाड़ी लेना
चाहते या फिर नगद 12 लाख रुपए। सक्षम को पहले विश्वास नहीं हुआ। फोन
पर
व्यक्ति ने सक्षम का नाम, कस्टमर आईडी व पता आदि बता दिया। यह डाटा
क्लब फैक्ट्री साइट पर दर्ज था। इसलिए सक्षम को विश्वास हो गया। ईनाम की
गाड़ी या रकम के लिए 85 हजार रुपए का टैक्स भरने को कहा। इसी लालच में
आ जाने से सक्षम 85 हजार रुपए गंवा बैठा। पुलिस ने मुकदमा पंजीबद्ध कर
मामले में विवेचना शुरू कर दी है।
२ लाख उड़ा दिए
2 लाख रुपए की ऑनलाइन धोखाधड़ी
राघवेंद्र नगर शिवपुरी के रहने वाले राकेश कुमार गाेयल के साथ 2 लाख रूपए
की ठगी हुई है। राकेश कुमार गाेयल गुड़.शक्कर का थोक कारोबार करते हैं, और
काम के सिलसिले में यहां वहां जाते रहते है। बीते रोज भी काम के सिलसिले में
डबरा व भितरवार गए हुए थे और इसी दौरान उन्होंने अपने मोबाईल फोन पर
ध्यान नहीं दिया। जब अगले दिन उन्होंने अपना मोबाइल फोन देखा तोए उनके
होश उड़ गए, क्योंकि उनके फोन में अकाउंट से 2 लाख की राशि निकलने का
मैसेज आया हुआ था। इसके बाद उन्होंने तुरंत अपना अकाउंट ब्लॉक करवाया
और बैंक को जानकारी दी। बैंक में जब उनके लेन.देन की जांच की गई तो, पता
चला किए ये 2 लाख की रकम बिहार के नालंदा एटीएम से निकाली गई है।
ऐसे होती हैं ऑनलाइन ठगी
आपके बीमा का बोनस आया है। इसके लिए खाते में सिक्योरिटी मनी जमा
करनी है।
लकी ड्रा में आपका नंबर चुना गया है। इसके लिए आपको सिक्योरिटी मनी बैंक
में जमा करनी होगी।
आपका एटीएम कार्ड ब्लाॅक कर दिया गया है। नया कार्ड बनाने के लिए पुराने
कार्ड का नंबर चाहिए।
खाते को अपडेट किया जा रहा है। इसके लिए खाते से संबंधित जानकारी
चाहिए।
आपको बरतनी चाहिए ये सावधानिया
लकी ड्रा, इनाम, बोनस इत्यादि के नाम से आने वाली कॉल पर विश्वास न करें
अपने खाते से संबंधित जानकारी किसी को न दें।
एटीएम कार्ड का कोड और अन्य गोपनीय जानकारियां किसी को न दें और न ही
कहीं लिख कर रखें।
ऑनलाइन खरीदारी करते समय सावधानी बरतें।
एटीएम के पासवर्ड को समय-समय पर बदलते रहें।
इसका भी रखें ध्यान
बैंक कभी भी अपने ग्राहकों से गोपनीय जानकारी फोन पर नहीं पूछता है। यदि
आपके पास बैंक के नाम से कोई कॉल आती है तो अपनी बैंक शाखा के प्रबंधक
से संपर्क करें। फर्जी कॉल होने पर तत्काल पुलिस को भी बताएं।
क्या कहते हैं जानकार
ऑनलाइन ठगी से बचने के लिए जागरूकता ही एकमात्र उपाय है। बैंक कभी भी
किसी के खाते की गोपनीय जानकारी नहीं पूछता है। फोन आने पर तत्काल
बैंक के टोल फ्री नंबर या बैंक में संपर्क करना चाहिए। बैंक भी समय-समय पर
जागरूक करते रहते हैं।
उम्मेद मल गोलेचा
महा प्रभंधक भारतीय स्टेट बैंक
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